Thứ Tư, 4 tháng 2, 2015

सब भगवन के हाथ दे दो

सब भगवन के हाथ दे दो ,, एक ही तरीका है बस दुःख से छुटकारा पाने  का सब उस परमेहस्वर के हाथ में दे दो ,,हमें सच की प्राप्ति के लिए झूठ का तियाग करना ही पड़ता है ,और पहला जो ज्ञान हमारे पास है वो तो सब झूठ ही है ,,बस अपना काम लगन और महनत के साथ अपना काम हमें करता  रहना चाइये ,लाभ और हानि तो हमारे हाथ में नहीं है पर सच तो यही ,पर हम सब  मान ही सकते नहीं ,,,और यही तो असली बात है बस अपना काम करते रहो लगन के साथ और सब लाभ हानि उस परमेशवर के हाथ में छोड़ दो ,,,उसी को पता है  है की हमारी  क्या जरुरत है और सभी ककुश ही परमेश्वर की ही हाथ में है सब वही कर रहा है और जनम और मरण उसी की  हाथ में है ,,,,अपने आप  करता जब मान बैठते है तो सब अंदर से ही हमें इस बात का पता नहीं होता है की संसार की साडी कार तो प्रभु के ही  ही हाथ में है ,,,दुनिया में तो संसार का मोह ही हमारा हमारा नाश कर  देता है ,,,गीता में भी कृष्ण ने यही  कहा है की बस अपना काम करते जाओ फल  की ईशा मत करो फल तो प्रभु की हाथ में है बस हमारा काम तो करम करना ही है ,,,,,, प्रभु की लीला ही यही है जिसको समझना बहुत ही मुस्किल है यह तो वो प्रभु ही जनता है की इस का अर्थ क्या है ,,और वो इस संसार  किन किन रूपों में खेल रहा है वो तो उसी एक परमेश्वर  खेल है ,,,,,असल में माया को समज लेना एक ऐसा कठिन काम है जिसको समझना हमारे  बस की बात नहीं है ,,और इस समय हमें इस की तरफ जाना भी नहीं चाहिए क्योकि यही तो उस परमात्मा  यह संसार तो इतना विशाल है की इसकी खोज में समय की बर्बाद करने से अछा है हम उस एक प्रभु  का ज्ञान समझने में अपना धयान लगाये बाकि सब उस पर ही छोड़ देना ही पड़ेगा जिस की लिए हम कुश कर भी तो नहीं सकते है बस यही कर सकते है की उस परमेहस्वर की लीला होती हुए देख सकते है और यही एक हमारे हाथ में बी  है बाकि सब एक छलावा है नाशवंत संसार में

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